ईद क्यों मनाई जाती है?
ईद क्यों मनाई जाती है?
ईद एक मुस्लिम त्योहार है जो दुनिया के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। यह त्योहार ईस्लाम के अनुयायियों के द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। ईद का मतलब होता है 'खुशी का त्योहार' और इस दिन मुसलमान अल्लाह के सामने भेंट करते हैं और उन्हें दुआ देते हैं।
ईद का त्योहार मुस्लिम धर्म के दो बड़े त्योहारों में से एक है। यह त्योहार इस्लाम के चाँदी पेर के आखिरी दिन को मनाया जाता है। चाँदी पेर का अर्थ होता है रमजान का अंत तथा ईद का आगमन। रमजान एक महीने का मुस्लिम धर्म का महीना होता है जब मुसलमान रोजा रखते हैं। रोजा रखना मतलब होता है कि वे दिन में कुछ नहीं खाते और पीते हैं, सिर्फ सूर्यास्त के बाद खाने-पीने की अनुमति होती है।
ईद का त्योहार खुशी का त्योहार होता है। इस दिन मुसलमान सुबह से ही मस्जिद जाकर नमाज पढ़ते हैं और फिर घर वापस आते हैं और अपने परिवार के साथ शामिल होते हैं। इस दिन मुसलमान अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों से मिलते हैं, उन्हें ईद की मुबारकबाद देते हैं और उन्हें तोहफे भी देते हैं।
ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच एक भाईचारे का माहौल बनाता है। इस दिन को एक खुशी का त्योहार माना जाता है और सभी लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। इस त्योहार की खुशी और उत्साह को देखते हुए, आप भी ईद का त्योहार मनाएं और इस खुशी का हिस्सा बनें।
ईद उल फितर और ईद उल अजहा दो मुस्लिम त्योहार हैं जो साल में दो बार मनाए जाते हैं। ये त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मनाए जाते हैं और उन्हें चाँद देखकर तय किया जाता है। नीचे ईद उल फितर और ईद उल अजहा के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
ईद उल फितर:
ईद उल फितर या फित्र ईद, रमजान महीने के बाद मनाया जाने वाला एक त्योहार है। यह त्योहार इस्लाम के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस त्योहार के दिन मुसलमानों के लिए रोजा खत्म होता है और उन्हें खुश होने का मौका मिलता है। इस दिन सुबह से ही मुसलमान मस्जिद जाकर नमाज पढ़ते हैं और फिर वापस आकर अपने परिवार के साथ शामिल होते हैं। इस त्योहार के दिन मुसलमान अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों से मिलते हैं, उन्हें ईद की मुबारकबाद देते हैं और उन्हें तोहफे भी देते हैं। इस त्योहार में खाने-पीने का विशेष महत्व होता है और मुसलमान एक दुसरे के घर जाकर मिठाई खाते हैं।
ईद उल अजहा:
ईद उल अजहा या बकरीद ईद, इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार हज यात्रा के अंत में मनाया जाता है। इस त्योहार में मुसलमान बकरे का कटा हलाल करते हैं। इस दिन को खुशी के साथ मनाया जाता है और लोग एक दुसरे के घर जाकर मिठाई खाते हैं। इस त्योहार के दिन मुसलमान नमाज पढ़ते हैं और उन्हें दुआ दी जाती है। इस त्योहार में खाने-पीने का विशेष महत्व होता है और मुसलमान एक दुसरे के घर जाकर मिठाई खाते हैं।
इस तरह से ईद उल फितर और ईद उल अजहा दो मुस्लिम त्योहार हैं। इन त्योहारों में मुस्लिम लोग खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं और एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं।
ईद की शुरुआत कैसे हुई
लोग ईद अल-फितर और ईद अल-अधा की तैयारी कैसे करते हैं?
ईद के दौरान परोसे जाने वाले कुछ सामान्य खाद्य पदार्थ क्या हैं?
- शीर खुरमा: सेंवई नूडल्स, दूध, चीनी और नट्स से बनी एक मीठी, मलाईदार मिठाई।
- सेवइयां: शीर खुरमा के समान एक मिठाई, जिसे अक्सर भुने हुए नूडल्स, दूध, चीनी और इलायची के साथ बनाया जाता है।
- लड्डू: आटे, चीनी और घी से बना एक मीठा, काटने के आकार का इलाज, अक्सर इलायची, केसर, या नारियल के स्वाद के साथ।
- बक्लावा: फ़ाइलो के आटे, मेवों और शहद के सिरप की परतों से बनी परतदार पेस्ट्री।
- बिरयानी: मसाले, मांस (आमतौर पर चिकन या मेमने), और सब्जियों से बना एक स्वादिष्ट चावल का व्यंजन।
- कबाब: मैरिनेटेड मीट के ग्रिल्ड स्कूवर, अक्सर दही या चटनी के साथ परोसे जाते हैं।
- हलीम: मांस, दाल और मसालों से बना एक स्वादिष्ट स्टू, जिसे अक्सर रोटी या चावल के साथ परोसा जाता है।
- कोरमा: मांस, सब्जियों और मसालों से बना एक समृद्ध, मलाईदार करी व्यंजन।